Friday, September 21, 2007

शाश्वत सत्य के रुप हैं राम

राम हैं एक काल्पनिक पात्र है
आ रहे रोज ऐसे बयान
बढ़ रही है जमाने में
फिल्मों के नकली पात्रों का
अभिनय करने वालों की शान
अमीरों के ड्राइंग रूमों में
लगती हैं लगती है तसवीरें
पर फिर भी नहीं पाते
देवताओं जैसी पूजा
उठाया कुछ लोगों ने उन्हें यही दर्जा
दिलाने का बीड़ा
इसलिये रामजी के काल्पनिक
होने का करते एलान

चक दे इंडिया में देश को
विश्व कप जीता दिखाकर
करा रहे लोगों से वाह-वाह
पर सच में क्या भारत ऐसे कहीं जीता
एशिया कम में क्या जीती टीम
पूरे देश में 'चक दे इन्डिया' का ढिंढोरा पीटा
विश्व कप में पिटी हॉकी टीम पर
कभी मंथन नहीं करेंगे
फिल्मों में नकली पात्र गढ़कर
लोगों को भ्रमित करेंगे
देश की बढते दिखाते नकली शान

मुन्ना भाई में गांधी मार्ग का नही
गांधीगिरी का किया प्रचार
गांधीजी का कम नकली पात्र के
गुणों पर ज्यादा किया विचार
रुपहले परदे पर अभिनेताओं की
रामजी जैसी छबि उतारने का
इस तरह प्रयास करेंगे
कि परदे के बाहर की तस्वीर लोग भूलेंगे
जब बाजार में ज्यादा नहीं टिकता झूठ
विज्ञापन पर पलने वालों के उमेठते कान
नकली हीरो के लिए बड़ी लकीर नहीं खींच सकते
तो असली हीरो का कम करो मान

हर फिल्म में ऐक ही हीरो करता है
पूरे समाज का उद्धार
बाकी पब्लिक दिखाते बेकार
अकर्मण्य लोगों की फ़ौज बढाते
जो अपनी दुर्गत से उबरने के लिए
करती हीरो का इन्तजार
कोई नकली हीरो आयेगा जो
अकेले लड़कर उबार जाएगा
रामजी की तरह वानर सेना नहीं जुटाएगा
अगर कोई फिर हुआ अवतार तो
हमें भी लड़ने के लिए बुलाएगा
हमें घरो से निकालकर जंग के
मैदान मे ले जाएगा
इससे तो हीरो अच्छा जो सारा
काम अकेले कर जाएगा
यही सोच लोगों को नही होने
देता सत्यता का भान

कहैं दीपक बापू
रामायण में अकेले रामजी ही नही
हनुमान, सुग्रीव, अंगद, जाम्बवान
और नल-नील भी नायक जैसा सम्मान पाते
रामायण का भी यही है संदेश कि
धर्म के लिए सब मिलकर लड़ो
मर्यादा और भक्ति भाव से रहते हुए
किसी से भी न डरो
मत भूलो अपनी पहचान

कण-कण में राम है
कल्पनाओं से परे उनका काम है
जो लिखते हैं पर वाल्मीकि और
तुलसी जैसा न रच पाते न पाते समान
कुंठा में व्यक्त करते अभिमान
रामजी शाश्वत सत्य का प्रतीक है
सच्चे भक्त ही यह जानते हैं
वह बहकते नही हैं
और हँसते हैं ऐसे सुनकर बयान
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