Monday, January 11, 2010

देखें अपना चेहरा-हिन्दी शायरी (dekhen apna chehra-hindi shayri)

जो खुद टूटे हैं दिल से

वह क्या किसी को प्यार करेंगे,

फिर भी जरूरत पड़ी तो

दिखाने के लिये आखों में भरेंगे।



सभी दूसरों के अपमान पर खुश हैं

क्या किसी का सम्मान करेंगे

चाटुकारों की कमी नहीं है

सिक्के लेकर ताज सिर पर धरेंगे।



भूख प्यास से खौफ खाते लोग

क्या ईमान की जंग लड़ेंगे।

रोटी के एक टुकड़े से पेट भर जाये

पर वह बोरियां गोदाम में भरेंगे।

अपनी प्यास बुझ जाने पर भी चैन नहीं

दूसरा मरे, इसलिये समंदर से लड़ेंगे।



दूसरों पर छींटाकशी करने में सब आगे

अपनी नीयत देखने से हमेशा डरेंगे।

अपने दिल के आईने में देखें अपना चेहरा

तब दुनियां से कम, अपने से अधिक डरेंगे।


कवि,लेखक संपादक-दीपक भारतदीप,Gwalior
http://dpkraj.blogspot.com
---------------------------
यह कविता/आलेख इस ब्लाग ‘दीपक भारतदीप की अभिव्यक्ति पत्रिका’ पर मूल रूप से लिखा गया है। इसके अन्य कहीं भी प्रकाशन की अनुमति नहीं है।
अन्य ब्लाग
1.दीपक भारतदीप की शब्द पत्रिका
2.दीपक भारतदीप का चिंतन
3.दीपक भारतदीप की शब्दयोग-पत्रिका

No comments:

समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढें-

पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी.
दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका


लोकप्रिय पत्रिकायें

विशिष्ट पत्रिकाऐं

हिंदी मित्र पत्रिका

यह ब्लाग/पत्रिका हिंदी मित्र पत्रिका अनेक ब्लाग का संकलक/संग्रहक है। जिन पाठकों को एक साथ अनेक विषयों पर पढ़ने की इच्छा है, वह यहां क्लिक करें। इसके अलावा जिन मित्रों को अपने ब्लाग यहां दिखाने हैं वह अपने ब्लाग यहां जोड़ सकते हैं। लेखक संपादक दीपक भारतदीप, ग्वालियर