Saturday, August 25, 2007

प्यार से है ज्यादा जान प्यारी

निराश प्रेमी ने हाथ पकड़ कर
अपनी प्रेमिका से कहा
'हम दोनों के परिवार वाले
नहीं हो रहे हमारे रिश्ते पर सहमत
उनसे लड़ने की नहीं है हम दोनों में हिम्मत
चलो कहीं डूब कर मर जाते हैं
अपना नाम अमर प्रेमियों की
लिस्ट में शामिल करा जाते हैं '
प्रेमिका ने ग़ुस्से में अपना
हाथ छुडा कर कहा
'पगला गये हो
इस जमाने में प्रेम पर
आत्महत्या करने की
बात तो सोचना भी बेकार
मैं तो समझी थी कि टाइम
पास करने हम आते हैं
पुराने समय में नहीं थे
इन्टरनेट, कंप्यूटर और
टीवी जैसे मनोरंजन के साधन
नहीं देख पाता था कोई भी
नकली प्रेम के विज्ञापन
सिमटी रहती थी गाँव तक ही सोच
ऐक लडकी-लड़के के मिलने पर
हंगामा पूरे इलाके में मच जाता
अब तो सेंकड़ों सड़कों पर घुमते हैं
देखकर भी हर कोई अनदेखा कर जाता
अब तो पड़ फीकीं पुरानी प्रेम कहानी
कोई याद नहीं करता उनको
सबको याद हैं बस फिल्मी हीरो और
हीरों की नाम मुहँ जुबानी
ऐक ढूँढो हजार मिलते हैं
शादी के लिए रिश्ते
कलकत्ता से कनाडा तक दिखते हैं
तुम में नहीं है हिम्मत
पर मुझे तुम्हारे प्यार से ज्यादा है जान प्यारी
इसलिये कल से हम अजनबी हो जाते
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