शिकायत न करें तो
लोग कमजोर
करें तो दुश्मन माने।
हम समझें मित्र
वह मोल देखकर
कभी कम कभी ज्यादा जाने।
कहें दीपकबापू संबंधों में
चलते हिसाब किताब
लालच पर दिल का दाव
कभी लगाने की न ठाने।
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लोग कमजोर
करें तो दुश्मन माने।
हम समझें मित्र
वह मोल देखकर
कभी कम कभी ज्यादा जाने।
कहें दीपकबापू संबंधों में
चलते हिसाब किताब
लालच पर दिल का दाव
कभी लगाने की न ठाने।
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