tag:blogger.com,1999:blog-1904089506059173692.post2077071282356595533..comments2023-03-27T18:59:33.464+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अभिव्यक्ति पत्रिका: पीने वाले-हिन्दी शायरी (peene vale-hindi shayari)दीपक भारतदीपhttp://www.blogger.com/profile/06331176241165302969noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1904089506059173692.post-42570668924412819572010-05-30T19:46:01.621+05:302010-05-30T19:46:01.621+05:30सादर वन्दे !
वैसे शराब से मेरा दूर दूर तक वास्ता न...सादर वन्दे !<br />वैसे शराब से मेरा दूर दूर तक वास्ता नहीं है, लेकिन इतना जरुर कहना चाहूँगा कि ..<br />लाख बुरी हो मय लेकिन<br />सही है उसकी एक बात<br />भुलाना गम को गर हो तो<br /> कोई नशा करो !<br />नशा मय ही नहीं है केवल<br />इस दुनिया में ऐ दोस्त<br />नशा तो प्यार भी है<br />केवल तुम उसका नशा करो<br />रत्नेश त्रिपाठीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1904089506059173692.post-42988701632432473432010-05-30T17:58:12.660+05:302010-05-30T17:58:12.660+05:30'अब हमारे अंदर नशे का विकार नहीं है।'
- कु...'अब हमारे अंदर नशे का विकार नहीं है।'<br />- कुछ चीजों का नशा अच्छा है- जैसे काम का नशा.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.com